पृथ्वीराज नगर : जलदाय विभाग की पीआरएन योजना फेज-प्रथम, जो शहर के दक्षिणी हिस्से के करीब 5 लाख लोगों को नियमित और पर्याप्त पानी सप्लाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पांच वर्ष पूर्व शुरू की गई थी, आज भी पूरी तरह धरातल पर नहीं उतरी है।
योजना के तहत कुल 19 पानी की टंकियों का निर्माण प्रस्तावित था, जिनमें से 18 टंकियां बन चुकी हैं। लेकिन इन टंकियों के बावजूद पीआरएन साउथ क्षेत्र के कई इलाकों में पानी की सप्लाई असंगत और अपर्याप्त बनी हुई है, जिससे नागरिकों को प्रतिदिन जल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग द्वारा योजना की निगरानी और कार्यान्वयन में लापरवाही बरती गई है, जिसके कारण पांच साल बाद भी योजना पूरी नहीं हो सकी। कई जगहों पर पाइपलाइन और कनेक्शन अधूरे पड़े हैं, जिससे पानी का वितरण प्रभावित हो रहा है।
जल की कमी के कारण नागरिकों की परेशानियां बढ़ रही हैं। रोजाना पानी के लिए घंटों कतार में लगना और टैंकरों पर निर्भर रहना आम बात हो गई है। इस स्थिति से निजात पाने के लिए जलदाय विभाग को तेजी से कार्यवाही करनी होगी।
जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बची हुई टंकी के निर्माण और पाइपलाइन के काम को जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही जल सप्लाई की गुणवत्ता सुधारने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
पीआरएन योजना फेज-प्रथम की देरी ने पृथ्वीराज नगर के लाखों निवासियों की जीवन गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। आवश्यक है कि जलदाय विभाग तत्काल इस मामले को प्राथमिकता दे और जनता को मूलभूत जल सुविधाएं मुहैया कराए।
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