झालावाड़, राजस्थान: राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक और रहस्यमयी हादसा सामने आया। कामखेड़ा थाना क्षेत्र के सरेडी गांव में एक महिला और उसके दो मासूम बच्चों की घर में आग लगने से जलकर मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब पुलिस ने महिला के पति को घरेलू विवाद के चलते हिरासत में लिया था।
कामखेड़ा थाना प्रभारी सुनील वर्मा के अनुसार, पुलिस को सरेडी गांव में पति-पत्नी के बीच झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अनिल साहू को गिरफ्तार किया, क्योंकि उसकी पत्नी रंजीता साहू ने मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई थी।
पति की गिरफ्तारी के कुछ ही समय बाद पुलिस को सूचना मिली कि अनिल साहू के घर में आग लग गई है। जब पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा, तो घर में रंजीता साहू, उनका बेटा स्वास्तिक और बेटी शानवी गंभीर रूप से झुलसे हुए मिले। तुरंत तीनों को निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने मृतका के परिजनों को इंदौर (मध्य प्रदेश) से सूचना दी, जिसके बाद वे अकलेरा पहुंचे। उनकी मौजूदगी में तीनों शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हें सौंप दिया गया। पुलिस ने परिजनों की ओर से मिली रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।
रंजीता के पिता घनश्याम साहू ने बताया कि पुलिस ने उन्हें सूचना दी थी कि आग से दम घुटने के कारण उनकी बेटी और दोनों नातियों की मौत हुई है। हालांकि, उन्होंने घटना को संदिग्ध बताया और गहन जांच की मांग की है। पुलिस इस पूरे मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद की भयावह परिणति को दर्शाती है, बल्कि पुलिस की कार्रवाई के ठीक बाद हुई त्रासदी को लेकर कई सवाल भी खड़े करती है। अब देखना होगा कि जांच में आग लगने का कारण आत्मदाह था या कोई और साजिश, और क्या इस घटना के पीछे कोई गहरी सच्चाई छिपी है।
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