राजस्थान: में नौतपा की शुरुआत से पहले ही मौसम ने करवट ले ली है। शनिवार शाम से लेकर रात तक श्रीगंगानगर, जोधपुर और सीकर सहित कई जिलों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली।
इस अचानक बदले मौसम ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। जहां एक ओर लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली, वहीं कई जगहों पर पेड़ और होर्डिंग गिरने से घटनाएं और नुकसान भी सामने आए।
श्रीगंगानगर में तेज अंधड़ ने तबाही मचा दी। कई इलाकों में पेड़ गिर गए और 6 लोग इनके नीचे दबकर घायल हो गए। इसके साथ ही, अलग-अलग जगहों पर शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाएं भी दर्ज की गईं।
स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया।
सीकर जिले में शनिवार रात अचानक ओले गिरने लगे। इससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। किसान वर्ग के लिए यह मौसम बदलाव चिंता का विषय बन गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक मौसम बदलने से तापमान में गिरावट आई है, लेकिन ओलों ने कई क्षेत्रों में नुकसान पहुंचाया है।
जोधपुर में देर रात तेज आंधी और बारिश हुई। शहर के कई इलाकों में बड़े-बड़े होर्डिंग और पेड़ गिर गए, जिससे यातायात पर असर पड़ा। कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित रही।
राजस्थान में नौतपा 25 मई से शुरू हो रहा है, जो आमतौर पर भीषण गर्मी का प्रतीक माना जाता है। लेकिन इस बार नौतपा से एक दिन पहले ही राज्य के कई हिस्सों में मौसम ने अलग ही रूप दिखाया।
इस तरह की बारिश और आंधी का असर सीधे तौर पर गर्मी की तीव्रता को कम कर सकता है, लेकिन इससे फसलों और जनजीवन को नुकसान भी होता है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में भी राजस्थान के कई जिलों में तेज हवाओं, आंधी और बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
राजस्थान में नौतपा की शुरुआत से पहले आया यह मौसमीय बदलाव एक तरफ राहत, तो दूसरी तरफ चिंता का कारण बन गया है। राज्य प्रशासन को चाहिए कि वह मौसम की चेतावनियों को गंभीरता से लेते हुए राहत व बचाव कार्यों को सुदृढ़ बनाए।
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