नई दिल्ली / सीमावर्ती क्षेत्र: भारत के चार सीमावर्ती राज्यों — जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात — में आज गुरुवार की शाम विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। यह अभ्यास सुरक्षा एजेंसियों, प्रशासन और आम नागरिकों की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को परखने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों में संभावित आपात स्थिति—जैसे आतंकी हमले, बॉर्डर इन्फिल्ट्रेशन या युद्ध जैसे हालात—के दौरान आम लोगों और सुरक्षाबलों के बीच सामंजस्य और तत्परता को परखना है।
यह अभ्यास 7 मई को पूरे देश के 244 जिलों में आयोजित की गई राष्ट्रीय मॉक ड्रिल के बाद अब विशेष रूप से सीमा सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर: संवेदनशील बॉर्डर एरिया में विशेष निगरानी
पंजाब: फिरोजपुर, पठानकोट जैसे सीमावर्ती जिलों में ड्रिल
राजस्थान: बाड़मेर, जैसलमेर में अलर्ट और गतिविधि
गुजरात: कच्छ क्षेत्र में विशेष अभ्यास
सुरक्षा एजेंसियों के साथ NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन इस ड्रिल में शामिल रहेंगे।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे:
ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं
सभी निर्देशों का पालन करें
जहां आवश्यक हो, वहां भागीदारी सुनिश्चित करें
अफवाहों पर ध्यान न दें
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“यह मॉक ड्रिल सीमावर्ती जिलों की सुरक्षा को लेकर हमारी तैयारियों का परीक्षण है। नागरिकों की भागीदारी और सजगता से ही हम किसी भी आपदा का बेहतर सामना कर सकते हैं।”
भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर यह मॉक ड्रिल एक अहम कदम है। इससे न केवल सुरक्षा बलों की रिएक्शन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि आम नागरिकों में भी सचेतनता और आत्मविश्वास विकसित होगा।
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