इजरायल: ने शनिवार देर रात एक बार फिर ईरान पर बड़ा हमला किया, जिसके तहत उसने शाहरान ऑयल डिपो, बुशहर स्थित गैस रिफाइनरी सहित 150 से अधिक ठिकानों पर बम गिराकर तबाह किया। इजरायल ने इसका नाम “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” दिया, जिसके तहत लगभग 200 युद्धक विमानों ने एक साथ हमला किया।
इजरायली हमलों में अब तक 9 परमाणु वैज्ञानिक, 20 से अधिक सैन्य कमांडर सहित 138 लोगों की मौत हुई, जबकि 130 से अधिक व्यक्ति घायल हुए हैं। हमलों ने ईरान की राजधानी तेहरान सहित 7 राज्यों की सुरक्षा व्यवस्था पर असर किया, जिसके बाद देश ने एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव किया हुआ है।
जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इजरायल पर 150 से अधिक मिसाइलें गिराकर हमला किया, जिसके तहत इजरायली रक्षा मंत्रालय सहित अहम स्थान निशाने पर रहे। ईरान ने दावा किया कि उसने 3 F-35 स्टेल्थ जेट गिराकर इजरायल पर भारी आघात किया।
ईरान के हमलों ने इजरायल की सुरक्षा व्यवस्था पर असर किया, 5 लोगों की मौत हुई – जिनमें 7 इजरायली सैनिक शामिल थे, जबकि 130 से अधिक नागरिक व सुरक्षा बल घायल हुए। इजरायल ने राष्ट्रपति तक की सुरक्षा बढ़ा दी और उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने धमकी दी कि यदि ईरान परमाणु कार्यक्रम पर समझौता नहीं करता, तो अधिक बड़ा हमला किया जाएगा। इस तनाव ने मध्यपूर्व ही नहीं, पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया है।
भारत ने शांति प्रयासों के तहत इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत किया और तनाव पर चिंता व्यक्त किया।
इजरायल-ईरान तनाव ने परमाणु कार्यक्रम पर होने वाली बातचीत स्थगित कर दी, अब इसका भविष्य अनिश্চित है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.