राजस्थान: की सांस्कृतिक परंपरा और चित्रकला कौशल का अनोखा संगम इंटरनेशनल रंग मल्हार 2025 एक बार फिर जयपुर आ रहा है। इसका 16वां संस्करण 13 जुलाई 2025 (रविवार) को राजस्थान ललित कला अकादमी परिसर में सुबह 10.30 बजे शुरू होगा।
यह कार्यक्रम न केवल राज्य स्तरीय, बल्क़ि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों तक अपनी लोकप्रियता फैलाकर राजस्थान की कला परंपरा का परचम ऊंचा करता आया है।
इंटरनेशनल रंग मल्हार 2025 की विशेष आकर्षण इसका अनोखा कॉन्सैप्ट होगा — कलाकार साधारण कैनवास या कागज पर नहीं, बल्क़ि तवे पर चित्र बनाएंगे। इसका मुख्य लक्ष्य शिल्प कौशल, सृजनात्मकता, और परंपरा की अनोखी अभिव्यक्ति दर्शाना है।
परंपरा और पर्यावरण संरक्षण की भावना से प्रेरित होकर कार्यक्रम आयोजकों ने तय किया है कि इस प्रतियोगिता में कलाकार प्लास्टिक या धातु जैसे पदार्थों का उपयोग नहीं करेंगे। इसका मुख्य लक्ष्य जैविक, पर्यावरण अनुकूल साधनों पर कलाकृतियों का सृजन करवाकर हरित संदेश फैलाना भी है।
इंटरनेशनल रंग मल्हार हर बार देश ही नहीं, विदेशों से भी नामचीन कलाकारों, शिल्पियों और चित्रकारों का जमघट लगाता आया है। इस बार भी कार्यक्रम में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कलाकार शिरकत करेंगे, जो परंपरा और आधुनिक शैलियों का अनोखा संगम पेश करेंगे।
राजस्थान ललित कला अकादमी ने कार्यक्रम की तैयारियों का आगाज़ किया है। कलाकारों ने नए कॉन्सैप्ट्स पर काम शुरू किया, जबकि आयोजन समिति ने कार्यक्रम की व्यवस्था, सुरक्षा, दर्शकों की सुविधाओं सहित हर बिंदु पर विशेष नजर रखा हुआ है।
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