देवनानी को मूल रूप से एयर इंडिया की फ्लाइट से पेरिस जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों से फ्लाइट रद्द हो गई। इसके बाद उन्होंने विदेशी एयरलाइंस की सहायता से यात्रा जारी रखी और आज सुबह फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंच गए।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य यूरोप की प्रमुख लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का अध्ययन करना है। पेरिस और बर्लिन में वे वहां की विधान सभाओं, सरकारी संस्थानों और सांस्कृतिक केंद्रों का दौरा करेंगे। देवनानी यूरोप के शिक्षा, तकनीक और प्रशासनिक मॉडल की जानकारी लेकर उसे राजस्थान में लागू करने के संभावनाओं पर विचार करेंगे।
रवानगी से पहले देवनानी ने कहा—
“यह दौरा न सिर्फ शैक्षिक और प्रशासनिक दृष्टि से उपयोगी है, बल्कि यह राजस्थान और यूरोपीय देशों के बीच संबंधों को भी मजबूत करेगा। हम यूरोपीय मॉडल से जो सीखेंगे, उसे अपनी व्यवस्थाओं में शामिल करने की कोशिश करेंगे।”
आज सुबह देवनानी अपने आधिकारिक आवास से जयपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। वहां से वे पहले दिल्ली गए और फिर विदेशी एयरलाइंस की उड़ान से पेरिस पहुँचे। उनके साथ कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और प्रतिनिधि मंडल के सदस्य भी यात्रा पर हैं।
18-20 जून: पेरिस, फ्रांस — नेशनल असेंबली और लोक प्रशासनिक संस्थानों का दौरा
21-23 जून: बर्लिन, जर्मनी — संसद, लोक सेवाएं और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का निरीक्षण
24 जून: वापसी यात्रा
वासुदेव देवनानी की यह यात्रा सिर्फ एक शिष्टाचार यात्रा नहीं, बल्कि राजनीतिक, प्रशासनिक और वैश्विक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद की जा रही है कि इससे राजस्थान विधानसभा की कार्यशैली में आधुनिकता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.